मोबाइल कंपनियों को अब ड्यूराबलिटी टेस्ट के लिए लेनी होगी केजरीवाल से क्लीन चिट।
केजरीवाल के ख़िलाफ़ कोर्ट में सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बताया कि घोटाले की अवधि के दौरान अरविंद केजरीवाल और उनके साथियों ने 170 से ज़्यादा मोबाइल फोन नष्ट किये जिसके बाद टेलीकॉम मिनिस्ट्री ने मोबाइल कम्पनियों के लिए एक आदेश जारी किया है कि ड्यूराबलिटी टेस्ट के लिए मोबाइल कंपनियों को केजरीवाल से क्लीन चिट लेनी होगी।
ईडी के कोर्ट में दिया हलफ़नामे से ये भी साबित हुआ कि केजरीवाल ने 170 मोबाइल फ़ोन इस कदर नष्ट किए कि उन फ़ोंस का फ़ोन मैन्युफैक्चरर भी पता नहीं लगा पा रहे हैं।
केजरीवाल के इस टैलेंट को देखते हुए केंद्र सरकार ने फ़ैसला लिया है कि आपत्तिजनक रील्स बनाने वालों पर नकेल कसने के लिए अब सरकार रील बनाने वाली का फ़ोन जप्त करके केज़रीवाल को दे देगी।
हालाँकि इस बीच एक बड़ी खबर ये भी आयी है कि केजरीवाल और उनके साथी 171 फ़ोन नष्ट करना चाहते थे मगर उसमे से एक फ़ोन नोकिया 1100 भी था। नोकिया 1100 को नष्ट करने के लिए जब केजरीवाल ने उसे ज़ोर से ज़मीन पर फेंका तो उनके शीशमहल की टाइल्स ही टूट गई। जिसके बाद केजरीवाल को सरकारी ख़ज़ाने से तक़रीबन आठ लाख रुपए खर्च करके थाईलैण्ड से वो टाइल्स माँगनी पड़ी।
फ़िलहाल ये फ़ोन ईडी ने कोर्ट में सबमिट किया है जिसके बाद जज ने केजरीवाल को सबक़ सिखाने के लिए उन्हें नोकिया 3300 फ़ोन दिया है जिसे तोड़ने में केजरीवाल के पसीने निकल गये।
फ़िलहाल केजरीवाल जेल की सलाख़ें तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं , और उनकी मदद करने सौरभ भारद्वाज पेचकस और आतिशी अपने दाँत ले कर आयीं हैं।