कोलकाता: ममता बैनर्जी ने बंगाल में महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक बड़ा कदम उठाते हुए महिलाओं के लिए लॉकडाउन लगाने का निर्णय लिया है।
दरअसल, पश्चिम बंगाल में संदेशखाली में महिलाओं के यौन उत्पीड़न का मामला सामने आने के बाद बंगाल की राजनीति में काफी गर्मी आ चुकी है। विरोधी दल सड़क पर उतर आया है और मीडिया पर पूरे समय इसी मुद्दे पर बहस जारी है। इस वजह से ममता सरकार पर महिला सुरक्षा को लेकर काफी सवाल भी उठे जिनके जवाब में ममता बैनर्जी ने यह कदम उठाया।
मीडिया से बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, “संदेशखाली की घटना के बाद हमें एक चीज समझ आई कि ऐसा अपराध तभी होगा जब महिला को कोई बलात्कारी बाहर घूमता देखेगा, इसलिए महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमने पहले महिलाओं से घर में रहने की मांग की लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं मानी जिसके चलते हम महिलाओं पर लॉकडाउन लगाना पड़ा, क्योंकि हमारी सरकार महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर है…” जिस पर हमारे संवादाता ने ममता बनर्जी से सवाल किया, “क्या यह बेहतर नहीं होगा कि महिलाओं पर लॉकडाउन लगाने के बजाय आपकी सरकार अपराधियों को जेल में डाल कर उनपर लॉकडाउन लगाए?” जिसके जवाब में ममता बनर्जी के पार्टी के कुछ लोग हमारे संवादाता को उठा ले गए।
बैंगन का एक और संवादाता पहले बैंगन संवादाता की गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए कोलकाता के एक पुलिस स्टेशन में गया जहाँ बंगाल पुलिस ने उसे ही क़ैद कर लिया।