चुनावी मौसम में नेताओं के वादे आम बात है मगर आज ओवरसीज कांग्रेस चीफ सैम पित्रोदा ने ऐसी बात कह दी कि चुनावी मौसम में गर्मी आ गई। अपने एक बयान में सैम पित्रोदा यह कहते हुए दिखे कि “देश में कई रंगों के लोग रहते हैं जैसे पूर्व में चाइनीज, पश्चिम में अरब, दक्षिण में अफ्रीकन और उत्तर में व्हाइट यानी गोरे”।
पित्रोदा के इस बयान के बाद अटकलें तेज़ हो गई हैं कि कांग्रेस जाति जनगणना के बाद रंग के अनुसार भी जनगणना करवा सकती है और इसके बाद इकोनॉमिक सर्वे कराया जाएगा।
त्वचा के रंग के हिसाब से वेल्थ डिस्ट्रीब्यूशन कार्ल मार्क्स तक भी नहीं सोच पाये थे।
बैंगन सूत्रों की माने तो इसके चलते गोरे लोगों से छीन कर पैसे उन लोगों को बाँटे जा सकते हैं जिनकी त्वचा का रंग दबा हुआ काला है। इस खबर के बाद ही रॉबर्ट वाडरा अपने मुँह में कालिख पोतये हुए दिखे।
रंग जनगणना के अनुसार उत्तर पूर्वी लोगों की ज़मीन चीन का चीन को दे दी जाएगी जैसा नेहरू एक बार पहले कर भी चुके हैं।
सैम पित्रोदा के पूर्व भारत को चीनी कहे जाने के बाद चीन के विदेश सचिव ने एक बयान में कांग्रेस को धन्यवाद देते हुए कहा “धन्यवाद भारतीय कांग्रेस पार्टी का जिसने हमें 1962 में अक्साई चीन दिया और 2024 में पूरा नार्थ ईस्ट देने को तैयार है, लव यू पित्रोदा जी “
फिलहाल वेल्थ री डिस्ट्रीब्यूशन का फायदा उठाने के लिए कुछ कांग्रेसी कड़ी धूप में खड़े होके अपना रंग प्रमाण पत्र बनवा रहे हैं।